तुम सबका जीवन सार्थक हो जाएगा और संसार में कहीं भी अपराध नहीं होंंगे। तुम सबका जीवन सार्थक हो जाएगा और संसार में कहीं भी अपराध नहीं होंंगे।
मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वामी बोले-तुम पढ़ाई क्... मेरी हिंदी उन्हें काफी अच्छी लगी थी, मुंबई की आम बोलचाल हिंदी की अपेक्षा गृहस्वा...
जो बिगड़ेगा नहीं वह क्या खाक बनेगा ! वैसे भी, हम बेहतर इंजीनियर बनाते हैं बढ़िया मनुष्य नहीं। जो बिगड़ेगा नहीं वह क्या खाक बनेगा ! वैसे भी, हम बेहतर इंजीनियर बनाते हैं बढ़िया म...
मौत का बेरहम, इतिहास बदल सकते हो मौत का बेरहम, इतिहास बदल सकते हो
वह किंकर्तव्यविमूढ़ कर उसे देख रहा था, जैसे समझ गया हो कि वह उसका दुःख मिटाने आई है। वह किंकर्तव्यविमूढ़ कर उसे देख रहा था, जैसे समझ गया हो कि वह उसका दुःख मिटाने आई ...
आज हम अपनो के बीच सुरक्षित नही है, अपनो के बीच खुश नही है। आज हम अपनो के बीच सुरक्षित नही है, अपनो के बीच खुश नही है।